Images guru gorakhnath biography in hindi
गर गरखनथ क जवन परचय | Guru Gorakhnath | यग गर गरखनथ
यगरज गरखनथ क परचय
एक बर गर मतसयनदरनथ घमत-घमत अयधय क पस 'जय शर' जब उनहन इसक करण पछ त बरहमण न न:सकच भव स उततर दय क सतन न हन स ससर फक जन पडत ह
मतसयनदरनथ ज न तरत झल स थड स भभत नकल और बरहमण क हथ पर रखत हए कह- इस ख ल, तमह पतर परपत हग इतन कह क व वह स चल गय इधर बरहमण क एक पडसन सतर न जब यह बत सन त उसन कई तरह क डर दखकर उस भभत खन स मन कर दय फलसवरप उसन भभत एक गडढ म फक द
बरह वरष बद मतसयनदरनथ उधर स पन वपस आय और उनहन उस घर क दवर पर जकर अलख जगय बरहमण क बहर आन पर उनहन कह क अब त तर बट बरह वरष क ह गय हग दख त वह कह ह? यह सनत ह बरहमण गय और सब हल कह दय ततपशचत मतसयनदरनथ बरहमण क सथ गडढ क पस गय और वह अलख कय उस सनत ह बरह वरष क तजपज बलक वह परकट ह गय और मतसयनदरनथ क चरण पर सर रखकर परणम करन लग इस बलक क नम मतसयनदरनथ न गरखनथ रख थ यह घटन रयबरल जल क अनतरगत जयस नमक कसब म हई थ ऐस मरठ भष म लखत नवनथ भकत सर नमक गरथ म उललख ह
यगरज गरखनथ क जनम सथन सवत मत-पत आद क सह ववरण परपत नह ह कशमर स सघल और असम स कठयवड तक उनक बर म तरह-तरह क कहनय परचलत ह अधकश लखक उनह 11व य 12व शतबद क मनत ह कछ लग इनह 10व स 11व शतबद क भ मनत ह कछ लग क अनसर य ह नथ समपरदय क ससथपक ह नथ समपरदय क सत य लग जनशरतय क आधर पर उनह सहसर वरष क मनत ह
गरखनथ क जनम सथन सरव शर महन सह, टसटर, गरयरसन जयशकर मशर, रगय रघव आद वदवन रवलपणड म मनत ह, ज आज पकसतन म ह कछ लग क मनन ह क जस गव म बब गरखनथ न जनम लय थ उस गव क नम बद म गरखपर कर दय गय ड.
हजर परसद दववद तथ रगय रघव इन क बरहमण वश क मनत ह सवय गरखनथ अपन बर म गरखवन पद 36 म कहत ह -
आदनथ नत मचछनदरनथ पत
नज तन नहर गरष अवधत
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रगय रघव न अपन गरखनथ नमक पसतक म उललख कय ह क गरखनथ क कफ परव नथ समपरदय क उतपतत ह गय थ बचपन स ह इन पर घमककड नथ सदध क परभव पड थ
बहरहल ज भ ह पर यह बत तय ह क नथपथ क परचर म इनक सशकत यगदन ह इनहन भरत क सतरसत समजक धरमक जवन क नवन परवह परदन कय गरखनथ अपन गर क बतय अनसर वभनन जगह पर सधन करत रह नपल म बब गरखनथ जह सधन करत रह, वह गफ आज भ मजद ह इस गरखनथ क सदध गफ कह जत ह उजजन म भ गरखनथ तथ भरतहर क गफए ह जह सधक लग जत ह और शरदधल पज करत ह गरखपर महसदध, हठयग बब गरखनथ क परसदध तपसथल एव सधन सथल रह ह आज भ उस सथन पर इनक एक वशल एव भवय मदर सपरतषठत ह इसक अलव कठयवड, शकदवप गरखपर, गरखमणड पटन म भ गरखनथ क पज हत ह
सलख लव न लख "गरखजत और गरख रजय क रकषक क रप म गरखनथ क महपरष मन जत ह और उनक पज क जत ह"
गरखनथ क रचनए
गरखनथ कवल यग ह नह थ वरन बड वदवन और कव भ थ उनक अनक रचनए ह ससकत भष म गरखकलप, गरखसहत, गरकषसहसरनम, गरखशतक, गरखपषठक, गरखगत, ववकमरतणड आद अनक गरथ मलत ह हनद म गरखबन जस कवय रचनए कफ परचलत ह
गरखनथ क शषय
गरखनथज क द परधन शषय हए- एक गहननथ और दसर चरपटनथ इनक सथ ह जलनधर नथ, चरग नथ, भरतहर, कषणपढ, गपचनदर, नवततनथ, गमभरनथ सत जञनशवर आद यग समपनन अनक यग नथ समपरदय म हए वसतत गरखनथ महन यग क सथ-सथ शव धरम क परचरक थ समपरण भरत म उनहन नगरक क पन अपन शकत क दवर शव भकत बनय
इनह भ पढ़ -
कह जत ह क रज भरतहर भ बब गरखनथ क शषय थ ज रन पगल क वरह म वयकल हकर गरखनथ क शरण म आय थ उततर भरत म यग आज भ सरग बजत हए गत ह "भकष द मई पगल" गरए रग क धत करत और सर पर पगड बध रहत ह शहर और गव सरवतर इनक सरग बजत ह
नपल म गरख नमक एक लडक जत ह जनक परवर क अधकश सदसय सनक बनत ह इन लग क कहन ह क गरखनथ ज हमर यह 12 वरष तक तपसय करत रह तपसय भम नम गरख ह इनह क नम पर बस सथन क करण गरखजत क उतपतत हई जस परकर गरखनथ क जनम तथ जनम सथन क पत नह चलत ह ठक उस परकर उनक तरधन क पत नह लग सक नथ सपरदय क लग म वचर ह क गरखनथ अमर ह अभ तक उनक यग वभत कभ-कभ परकट हत ह
अगर आप इचछक ह त यग वषयक कस भ वडय क दखन क लए यटयब चनल पर जए सथ ह यग क कस भ एगजम क तयर क लए यग क बकस एव टलस सटर पर जए